सिनेमा का एक सबसे खूबसूरत पहलू यह है कि यह वास्तविक जीवन से विभिन्न तत्वों को एंटरटेनिंग तरीके से बड़े पैमाने पर दर्शकों के सामने बड़े पर्दे पर लाता है। जबकि कई फिल्म मेकर्स ने अलग अलग तरह के सब्जेक्ट को जनता के सामने पेश किया हैं, यह राजकुमार हिरानी हैं जो इसमें अग्रणी रहे हैं। उनका सिनेमा हमेशा जीवन की बात करता है और मायनों से भरा होता है। जबकि मुन्ना भाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्ना भाई, 3 इडियट्स, पीके और संजू उनके खूबसूरत सिनेमा के उदाहरण हैं, वह डंकी के साथ एक और फिल्म लेकर आए जिसने 'डंकी रूट' के एक बहुत ही अहम विषय पर रोशनी डाली।
जी हां, 'डंकी रूट'! सच में एक ऐसा शब्द है जिससे ज्यादातर लोग जुड़ाव महसूस करते है, जो सालों से है लेकिन कभी लाइमलाइट में नहीं लाया गया। इस पर गहराई से बात करें, तो यह एक अवैध मार्ग है जिसे लोग बिना वीज़ा या किसी कानूनी कागजी औपचारिकता के सीमाओं के पार यात्रा करने के लिए चुनते हैं। इस दौरान, प्रवासियों को आमतौर पर कठिन रास्ते से गुजरना पड़ता है और कुछ को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है, हालांकि एयरबस ए340 में 276 यात्री भाग्यशाली थे, जो चार दिनों का पड़ाव पूरा करके अपने वतन लौट आए। फ्रांस में रोकी गई ये फ्लाइट आखिरकार 276 यात्रियों के साथ मुंबई लैंड की, जिनमें ज्यादातर भारतीय थे। ये वे लोग थे जिन्होंने 'डंकी रूट' चुना और सुरक्षित रूप से अपने वतन लौट आए।
वैसे, यह पहली बार नहीं है, जब लोगों ने 'डंकी रूट' का सहारा लिया हैं या 'डंकी रूट' की कहानी सामने आई है। यह सालों से होता आ रहा है लेकिन यह वास्तव में राजकुमार हिरानी की डंकी की रिलीज के कारण ही इस पर लोगों का ध्यान जाना शुरू हुआ है। उन्होंने इसे सबसे सरल तरीके से समझाया है। जिस तरह से उन्होंने अवैध अप्रवासियों की कहानी पेश की है, उसने वाकई लाखों लोगों के दिलों को छू लिया है। इसका असर लोगों के जीवन पर पड़ा है, खासकर उन लोगों पर जो विदेश में रह रहे हैं। फिल्म ने अपने देश के प्रति प्रेम की भावना को जगाया है।
कह सकते है कि यह वास्तव में राजकुमार हिरानी के सिनेमा की एक मिसाल है जो हमारे आज पास से आता है। और इसका सबसे अच्छा उदाहरण डंकी होना चाहिए। जहां डंकी रूट होता रहा है लेकिन इतने प्रभाव के साथ कभी खबरों में नहीं आया। यही कारण है कि, शुरुआत में फ्रांस में रोकी गई एक फ्लाइट के मुंबई में उतरने की खबर इतनी बड़ी हो गई क्योंकि दर्शक डंकी में इस वास्तविकता से रूबरू हुए।